World Happiness Index | विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025: भारत की छलांग 118वें स्थान पर! फिनलैंड फिर शीर्ष पर - पूरी रिपोर्ट और विश्लेषण |
🌍 विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025: भारत 118वें स्थान पर! फिनलैंड फिर शीर्ष पर - पूरी रिपोर्ट, थीम और विश्लेषण | M S WORLD
नमस्कार दोस्तों! M.S.WORLD The World of HOPE में आप सभी का हार्दिक स्वागत है। 💞
हमारा प्रयास है आपको प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए नवीनतम और सबसे महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराना। हम वही बताते हैं जो आपको जानना जरूरी है 👍🏻
प्रस्तावना: वैश्विक खुशहाली का वार्षिक मूल्यांकन - विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025
संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन नेटवर्क (UN SDSN) द्वारा प्रतिवर्ष जारी की जाने वाली विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट (World Happiness Report) 2025 आ चुकी है, जो दुनिया भर के देशों में नागरिकों की खुशहाली और जीवन संतुष्टि का एक महत्वपूर्ण पैमाना प्रस्तुत करती है। 2025 की यह रिपोर्ट विशेष रूप से "देखभाल और साझेदारी" (Caring and Sharing) की थीम पर केंद्रित है, जो सामाजिक संबंधों और सामुदायिक भावना के महत्व को उजागर करती है। यह रिपोर्ट न केवल विभिन्न देशों की सामाजिक प्रगति को दर्शाती है, बल्कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए करेंट अफेयर्स और सामान्य ज्ञान का एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय भी है। इस लेख में, हम विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025 के प्रमुख निष्कर्षों, भारत की नवीनतम रैंकिंग, शीर्ष और निचले देशों की स्थिति, पिछले वर्षों के ट्रेंड्स (2015-2025), रिपोर्ट की थीम्स और अन्य महत्वपूर्ण तथ्यों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।
⭐ विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2025: मुख्य बातें
- 2025 में शामिल देश: 147 देश।
- 2025 की थीम: "देखभाल और साझेदारी" (Caring and Sharing)।
- 2025 में प्रथम स्थान: फिनलैंड (लगातार आठवां वर्ष)।
- 2025 में भारत की रैंकिंग: 118वां स्थान (2024 में 126वें स्थान से सुधार)।
- 2025 में अंतिम स्थान (147वां): अफगानिस्तान।
- जारीकर्ता संस्था: यूनाइटेड नेशंस सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन नेटवर्क (UN SDSN)।

👉🏻 वीडियो लिंक 🔗 - विश्व प्रसन्नता सूचकांक पर विस्तृत वीडियो देखें (2021 रिपोर्ट)
इस लेख में आप जानेंगे (Table of Contents):
- विश्व प्रसन्नता सूचकांक क्या है और इसका महत्व क्यों है?
- प्रसन्नता सूचकांक का मूल्यांकन कैसे किया जाता है?
- विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2025: एक विस्तृत अवलोकन
- 2025 के 10 सबसे खुशहाल देश (तालिका और विश्लेषण)
- 2025 के 10 सबसे कम खुशहाल देश (तालिका और कारण)
- विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025 में भारत की स्थिति (सुधार और चुनौतियाँ)
- ऐतिहासिक रुझान (2015-2025): शीर्ष 3 और निचले 3 देश (तालिका)
- विगत वर्षों की थीम्स और शामिल देशों की संख्या (2015-2025) (तालिका)
- अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (20 मार्च)
- प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अन्य महत्वपूर्ण लिंक
- विश्व प्रसन्नता सूचकांक से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
- निष्कर्ष और M S WORLD का संदेश
1. विश्व प्रसन्नता सूचकांक क्या है और इसका महत्व क्यों है? 📊
विश्व प्रसन्नता सूचकांक (World Happiness Index/Report) एक वार्षिक सर्वेक्षण है जो यूनाइटेड नेशंस सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन नेटवर्क (UN SDSN) द्वारा प्रकाशित किया जाता है। यह रिपोर्ट गैलप वर्ल्ड पोल के डेटा का उपयोग करके दुनिया भर के देशों में लोगों की खुशहाली और जीवन संतुष्टि का आकलन करती है। इसका महत्व इसलिए है क्योंकि यह केवल आर्थिक संकेतकों से परे जाकर मानव कल्याण के व्यापक पहलुओं पर प्रकाश डालता है और नीति निर्माताओं को ऐसे निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करता है जो नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करें।
2. प्रसन्नता सूचकांक का मूल्यांकन कैसे किया जाता है? 📈📉
विश्व प्रसन्नता सूचकांक में देशों की रैंकिंग मुख्य रूप से नागरिकों द्वारा उनके जीवन के आत्म-मूल्यांकन (self-evaluation) पर आधारित होती है, जिसे कैंट्रिल लैडर (Cantril ladder) प्रश्न के माध्यम से मापा जाता है (0 से 10 का पैमाना)। इसके अतिरिक्त, रिपोर्ट छह प्रमुख चरों (variables) का भी विश्लेषण करती है जो प्रसन्नता के स्तरों को समझाने में मदद करते हैं:
- प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (GDP per capita)
- सामाजिक समर्थन (Social support)
- स्वस्थ जीवन प्रत्याशा (Healthy life expectancy)
- जीवन में विकल्प चुनने की स्वतंत्रता (Freedom to make life choices)
- उदारता (Generosity)
- भ्रष्टाचार की धारणा (Perceptions of corruption)
2021 की रिपोर्ट ने विशेष रूप से जीवन के मूल्यांकन, सकारात्मक भावनाओं और नकारात्मक भावनाओं पर ध्यान केंद्रित किया था।
3. विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2025: एक विस्तृत अवलोकन 🌍
3.1. 2025 की मुख्य थीम: "देखभाल और साझेदारी" (Caring and Sharing)
विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2025 की केंद्रीय थीम "देखभाल और साझेदारी" (Caring and Sharing) है। यह थीम इस बात पर प्रकाश डालती है कि सामाजिक संबंध, सामुदायिक भावना और एक-दूसरे की देखभाल करना व्यक्तिगत और सामूहिक खुशहाली के लिए कितना महत्वपूर्ण है। रिपोर्ट के अनुसार, दूसरों के साथ भोजन साझा करना, सामाजिक समर्थन नेटवर्क का हिस्सा होना और सामूहिक गतिविधियों में भाग लेना मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करता है और खुशी के स्तर को बढ़ाता है। (स्रोत: World Happiness Report, Food & Wine)
3.2. 2025 में शामिल देशों की संख्या
2025 की विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट में कुल 147 देशों को शामिल किया गया है। यह संख्या पिछले कुछ वर्षों के आसपास ही है, जो वैश्विक रुझानों का एक सुसंगत विश्लेषण प्रदान करती है।
4. 2025 के 10 सबसे खुशहाल देश (तालिका और विश्लेषण) 🇫🇮🥇
विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025 में एक बार फिर नॉर्डिक देशों का दबदबा देखने को मिला है। फिनलैंड लगातार आठवें वर्ष शीर्ष स्थान पर काबिज है, जो उसके मजबूत सामाजिक समर्थन, उच्च जीवन स्तर, समानता और नागरिकों के बीच गहरे विश्वास को दर्शाता है।
रैंक | देश | खुशी स्कोर (0–10) |
---|---|---|
1 | फ़िनलैंड | 7.736 |
2 | डेनमार्क | 7.521 |
3 | आइसलैंड | 7.515 |
4 | स्वीडन | 7.345 |
5 | नीदरलैंड्स | 7.306 |
6 | कोस्टा रिका | 7.274 |
7 | नॉर्वे | 7.262 |
8 | इज़राइल | 7.234 |
9 | लक्ज़मबर्ग | 7.122 |
10 | मेक्सिको | 6.979 |
दिलचस्प बात यह है कि कोस्टा रिका और मेक्सिको जैसे लैटिन अमेरिकी देशों का शीर्ष 10 में शामिल होना यह दर्शाता है कि आर्थिक समृद्धि ही खुशहाली का एकमात्र पैमाना नहीं है, बल्कि मजबूत सामाजिक संबंध और सामुदायिक भावना भी महत्वपूर्ण हैं।
5. 2025 के 10 सबसे कम खुशहाल देश (तालिका और कारण) 📉
दूसरी ओर, रिपोर्ट उन देशों पर भी प्रकाश डालती है जो गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप उनके नागरिक कम खुशहाल हैं।
रैंक | देश | मुख्य कारण (संभावित) |
---|---|---|
147 | अफ़ग़ानिस्तान | महिलाओं के अधिकारों पर प्रतिबंध, युद्ध और असुरक्षा |
146 | सिएरा लियोन | राजनीतिक अस्थिरता, गरीबी |
145 | लेबनान | आर्थिक संकट, भ्रष्टाचार |
144 | मलावी | स्वास्थ्य संकट, गरीबी |
143 | ज़िम्बाब्वे | राजनीतिक अस्थिरता, आर्थिक संकट |
142 | बोत्सवाना | भ्रष्टाचार, असमानता |
141 | कांगो (DRC) | युद्ध, असुरक्षा, गरीबी |
140 | यमन | युद्ध, मानवीय संकट, असुरक्षा |
139 | कोमोरस | गरीबी, राजनीतिक अस्थिरता, असमानता |
138 | लेसोथो | स्वास्थ्य संकट (HIV/AIDS), गरीबी, खाद्य असुरक्षा |
अफ़ग़ानिस्तान लगातार कई वर्षों से इस सूची में सबसे निचले पायदान पर बना हुआ है, जो देश में जारी मानवीय संकट और विशेष रूप से महिलाओं की स्थिति में गिरावट को दर्शाता है। (स्रोत: The Financial Express)
6. विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025 में भारत की स्थिति (सुधार और चुनौतियाँ) 🇮🇳
विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025 में भारत की रैंकिंग में पिछले वर्ष की तुलना में सुधार देखने को मिला है।
- 2025 में भारत का स्थान: 118वां (147 देशों में)
- 2024 में भारत का स्थान: 126वां
यह 8 स्थानों का सुधार एक सकारात्मक संकेत है। हालांकि, भारत अभी भी कई छोटे और कम विकसित माने जाने वाले देशों से पीछे है। यह इंगित करता है कि आर्थिक विकास के साथ-साथ नागरिकों की समग्र भलाई, सामाजिक समर्थन, मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता और जीवन में विकल्पों की स्वतंत्रता जैसे पहलुओं पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। 2021 में भारत की रैंकिंग 139वीं (149 देशों में) थी, जिससे यह तुलनात्मक रूप से एक महत्वपूर्ण सुधार है। (स्रोत: The Times of India)
7. ऐतिहासिक रुझान (2015-2025): शीर्ष 3 और निचले 3 देश (तालिका) 🌍
पिछले दशक में विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट में विभिन्न देशों की रैंकिंग में महत्वपूर्ण बदलाव और निरंतरता दोनों देखने को मिली हैं।
शीर्ष 3 सबसे खुशहाल देश (2015–2025)
वर्ष | पहला स्थान | दूसरा स्थान | तीसरा स्थान |
---|---|---|---|
2015 | स्विट्ज़रलैंड | आइसलैंड | डेनमार्क |
2016 | डेनमार्क | स्विट्ज़रलैंड | आइसलैंड |
2017 | नॉर्वे | डेनमार्क | आइसलैंड |
2018 | फ़िनलैंड | नॉर्वे | डेनमार्क |
2019 | फ़िनलैंड | डेनमार्क | नॉर्वे |
2020 | फ़िनलैंड | डेनमार्क | आइसलैंड |
2021 | फ़िनलैंड | डेनमार्क | स्विट्ज़रलैंड |
2022 | फ़िनलैंड | डेनमार्क | आइसलैंड |
2023 | फ़िनलैंड | डेनमार्क | आइसलैंड |
2024 | फ़िनलैंड | डेनमार्क | आइसलैंड |
2025 | फ़िनलैंड | डेनमार्क | आइसलैंड |
विश्लेषण: फ़िनलैंड ने 2018 से लगातार शीर्ष स्थान बनाए रखा है, जो उसकी मजबूत सामाजिक कल्याण प्रणालियों और उच्च जीवन स्तर को दर्शाता है। नॉर्डिक देश आमतौर पर शीर्ष रैंकिंग में बने रहते हैं।
3 सबसे कम खुशहाल देश (2015–2025)
वर्ष | सबसे निचला | दूसरा सबसे निचला | तीसरा सबसे निचला |
---|---|---|---|
2015 | अफ़ग़ानिस्तान | तंज़ानिया | रवांडा |
2016 | अफ़ग़ानिस्तान | तंज़ानिया | रवांडा |
2017 | अफ़ग़ानिस्तान | तंज़ानिया | रवांडा |
2018 | अफ़ग़ानिस्तान | तंज़ानिया | रवांडा |
2019 | अफ़ग़ानिस्तान | तंज़ानिया | रवांडा |
2020 | अफ़ग़ानिस्तान | तंज़ानिया | रवांडा |
2021 | अफ़ग़ानिस्तान | तंज़ानिया | रवांडा |
2022 | अफ़ग़ानिस्तान | लेबनान | ज़िम्बाब्वे |
2023 | अफ़ग़ानिस्तान | लेबनान | ज़िम्बाब्वे |
2024 | अफ़ग़ानिस्तान | लेबनान | ज़िम्बाब्वे |
2025 | अफ़ग़ानिस्तान | लेबनान | ज़िम्बाब्वे |
विश्लेषण: अफ़ग़ानिस्तान में जारी संघर्ष और अस्थिरता के कारण यह देश लगातार सबसे निचले पायदान पर रहा है। हाल के वर्षों में लेबनान और ज़िम्बाब्वे भी आर्थिक और राजनीतिक संकटों के कारण इस सूची में नीचे आए हैं।
8. विगत वर्षों की थीम्स और शामिल देशों की संख्या (2015-2025) (तालिका) 📜🌐
विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट में शामिल देशों की संख्या और रिपोर्ट की वार्षिक थीम समय के साथ बदलती रही है, जो वैश्विक परिस्थितियों और अनुसंधान फोकस को दर्शाती है।
वर्ष | शामिल देश (लगभग) | प्रमुख थीम |
---|---|---|
2015 | 158 | खुशी और कल्याण के मापदंडों की स्थापना (Setting the Stage) |
2016 | 157 | देशों में खुशी और विकास के रुझान (Happiness and Development: Trends in Nations) |
2017 | 155 | विश्वास, लोकतंत्र और सरकार की गुणवत्ता (Trust, Democracy, and the Quality of Government) |
2018 | 156 | लोग दुनिया का अनुभव कैसे करते हैं (How People Experience the World) / प्रवासन पर फोकस |
2019 | 156 | समुदाय और खुशी (Happiness and the Community) |
2020 | 153 | पर्यावरण और दुनिया की स्थिति (The State of the World / Focus on Environments for Happiness) |
2021 | 149 | कोविड-19 के प्रभाव और भलाई (World Happiness Report 2021 - Focus on COVID-19) |
2022 | 146 | कोविड-19 और उसके बाद की दुनिया (World Happiness Report 2022 - Focus on post-COVID world) |
2023 | 137+ | विश्वास और सामाजिक संबंध (World Happiness Report 2023 - Focus on trust and social connections) |
2024 | 140+ | सभी आयु समूहों के लिए खुशी (World Happiness Report 2024 - Focus on happiness for all age groups) |
2025 | 147 | देखभाल और साझेदारी (Caring and Sharing) |
यह तालिका दर्शाती है कि रिपोर्ट न केवल रैंकिंग प्रदान करती है, बल्कि खुशहाली के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं पर गहन शोध और विश्लेषण भी प्रस्तुत करती है।
9. अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस (20 मार्च) 🥳
विश्व प्रसन्नता सूचकांक से जुड़ा एक महत्वपूर्ण दिन है अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 12 जुलाई 2012 को अपने प्रस्ताव 66/281 के माध्यम से प्रतिवर्ष 20 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की। इस दिवस का उद्देश्य दुनिया भर में खुशी और कल्याण को एक सार्वभौमिक लक्ष्य और आकांक्षा के रूप में मान्यता देना तथा सार्वजनिक नीति में इसके महत्व को बढ़ावा देना है।
10. प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अन्य महत्वपूर्ण लिंक 📚
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को और सुदृढ़ करने के लिए निम्नलिखित संसाधनों का भी अध्ययन करें:
- CGPSC पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र
- CG TET पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र
- CG TET 2019 प्रश्न पत्र
- CGPSC प्रारंभिक परीक्षा 2021 सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र
- मॉरीशस दिवस पर विशेष: अनोखा देश, अनोखी बातें
- 8 मार्च - अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस
- 4 मार्च - राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस
- 3 मार्च - विश्व वन्यजीव दिवस
- 28 फरवरी - राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
- 27 फरवरी - विश्व एनजीओ दिवस
- 21 फरवरी - अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस
- 24 फरवरी - केंद्रीय उत्पाद शुल्क दिवस
- CG TET पर्यावरण अध्ययन का प्रश्न पत्र
11. विश्व प्रसन्नता सूचकांक से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न 1: विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2025 किसने जारी की?
यह रिपोर्ट यूनाइटेड नेशंस सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन नेटवर्क (UN SDSN) द्वारा जारी की जाती है।
प्रश्न 2: 2025 की रिपोर्ट में कुल कितने देशों को शामिल किया गया?
विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2025 में कुल 147 देशों को शामिल किया गया है।
प्रश्न 3: विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025 में किस देश ने प्रथम स्थान प्राप्त किया?
फ़िनलैंड ने विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025 में लगातार आठवें वर्ष प्रथम स्थान प्राप्त किया।
प्रश्न 4: 2025 की रिपोर्ट में भारत का स्थान क्या था?
विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025 में भारत को 118वां स्थान प्राप्त हुआ, जो 2024 (126वां स्थान) की तुलना में एक सुधार है।
प्रश्न 5: विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट 2025 की मुख्य थीम क्या है?
2025 की रिपोर्ट की मुख्य थीम "देखभाल और साझेदारी" (Caring and Sharing) है, जो सामाजिक संबंधों और सामुदायिक भावना के महत्व पर जोर देती है।
प्रश्न 6: विश्व प्रसन्नता दिवस कब मनाया जाता है?
अंतर्राष्ट्रीय प्रसन्नता दिवस प्रतिवर्ष 20 मार्च को मनाया जाता है।
12. निष्कर्ष और M S WORLD का संदेश
दोस्तों, विश्व प्रसन्नता सूचकांक 2025 के ये आंकड़े हमें न केवल वैश्विक खुशहाली के विभिन्न आयामों से परिचित कराते हैं, बल्कि यह भी दर्शाते हैं कि किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है। भारत की रैंकिंग में सुधार एक सकारात्मक कदम है, लेकिन अभी भी एक लंबा सफर तय करना बाकी है। प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए यह विषय अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे अंतर्राष्ट्रीय सूचकांकों और भारत की स्थिति पर प्रश्न पूछे जाते हैं।
हमें उम्मीद है कि "M S WORLD The World of HOPE" द्वारा प्रस्तुत यह विस्तृत विश्लेषण आपके लिए जानकारीपूर्ण और उपयोगी रहा होगा।
अपनी प्रतिक्रियाएं और सुझाव हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। इस जानकारी को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में हमारी मदद करें!
ज्ञान की शक्ति, आपकी सफलता!
प्रतियोगी परीक्षाओं की नवीनतम जानकारी, अध्ययन सामग्री और महत्वपूर्ण अपडेट्स के लिए "M S WORLD The WORLD of HOPE" से जुड़े रहें।
हमारा ब्लॉग देखें YouTube पर जाएं
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें