CG TET 2019 (पेपर 1) बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र - सम्पूर्ण हल प्रश्न पत्र (उत्तर एवं व्याख्या सहित)

CG TET 2019 बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र सॉल्वड प्रश्न पत्र (Paper 1) | पिछला पेपर, उत्तर व व्याख्या सहित | M S WORLD

CG TET 2019 (पेपर 1): बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र - सम्पूर्ण हल प्रश्न पत्र (Set A) उत्तर एवं विस्तृत व्याख्या सहित

नमस्कार दोस्तों, M.S.WORLD The World of HOPE में आप सभी का हार्दिक स्वागत है!

छत्तीसगढ़ शिक्षक पात्रता परीक्षा (CG TET) की तैयारी कर रहे सभी अभ्यर्थियों के लिए, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों का अभ्यास करना सफलता की कुंजी है। यह न केवल आपको परीक्षा के पैटर्न और प्रश्नों की प्रकृति से परिचित कराता है, बल्कि आपकी तैयारी के स्तर का आकलन करने में भी मदद करता है।

इसी श्रृंखला में, आज हम आपके लिए CG TET 2019 (पेपर 1) के अंतर्गत पूछे गए "प्रथम भाग - बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र" के सभी 30 प्रश्नों (प्रश्न 1 से 30) को उनके सटीक संभावित उत्तरों और विस्तृत व्याख्याओं के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं। इस लेख में प्रश्नों का क्रम प्रश्न पत्र के **Set - A** के अनुसार है। यह हल प्रश्न पत्र आगामी CG TET, CTET और अन्य राज्य स्तरीय शिक्षक भर्ती परीक्षाओं के लिए एक अमूल्य संसाधन है।

इस लेख से आपको परीक्षा के पैटर्न, महत्वपूर्ण टॉपिक्स और प्रश्नों के कठिनाई स्तर को समझने में मदद मिलेगी, जिससे आप अपनी तैयारी को और बेहतर बना सकते हैं।

इस लेख के मुख्य आकर्षण:

  • CG TET 2019 (पेपर 1) - बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र के सभी 30 प्रश्नों का हल।
  • प्रत्येक प्रश्न का सटीक सही उत्तर एवं विस्तृत व्याख्या।
  • इंटरैक्टिव फॉर्मेट (उत्तर देखने के लिए क्लिक करें)।
  • हिंदी व्याकरण, भाषा कौशल और शिक्षण विधियों का संतुलित कवरेज।
  • परीक्षा पैटर्न और महत्वपूर्ण टॉपिक्स की स्पष्ट समझ।
  • आगामी CG TET एवं शिक्षक भर्ती परीक्षाओं के लिए बहुमूल्य अभ्यास सामग्री।
  • तैयारी के लिए महत्वपूर्ण टिप्स और अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)।
CG TET 2019 बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र हल प्रश्न पत्र CG TET 2019 पेपर 1 बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (CDP) का मुख्य प्रश्न पत्र (सेट A)।

इस हल प्रश्न पत्र का अधिकतम लाभ कैसे उठाएं?

पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करना केवल प्रश्नों को जानना नहीं, बल्कि अपनी तैयारी को एक दिशा देना है। इस CG TET 2019 बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र हल प्रश्न पत्र का सर्वोत्तम उपयोग करने के लिए इन सुझावों का पालन करें:

  • **स्वयं अभ्यास करें:** प्रत्येक प्रश्न के उत्तर देखने से पहले, स्वयं उसे हल करने का प्रयास करें। अपनी प्रतिक्रियाओं को नोट करें।
  • **उत्तरों की जांच करें:** जब आप सभी प्रश्नों या एक खंड को हल कर लें, तब उत्तरों की जांच करें।
  • **विश्लेषण करें:** केवल सही/गलत जानने के बजाय, गलत उत्तरों की विस्तृत व्याख्याओं को ध्यान से पढ़ें। समझें कि आपकी गलती कहाँ हुई और सही उत्तर क्या है।
  • **अवधारणाओं को मजबूत करें:** यदि किसी प्रश्न की व्याख्या में कोई अवधारणा (जैसे पियाजे की अवस्था, समावेशन) आपको स्पष्ट नहीं है, तो अपनी पाठ्यपुस्तकों या नोट्स से उस अवधारणा को दोबारा पढ़ें।
  • **समय प्रबंधन का अभ्यास:** यदि संभव हो, तो एक निश्चित समय-सीमा (जैसे 30 प्रश्न के लिए 20-25 मिनट) में इन प्रश्नों को हल करने का अभ्यास करें।
  • **नियमित दोहराव:** अपनी तैयारी के दौरान इन प्रश्नों को समय-समय पर दोहराते रहें। यह आपको आत्मविश्वास देगा और परीक्षा के दिन बेहतर प्रदर्शन में मदद करेगा।

CG TET 2019 बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र प्रश्न पत्र (पेपर 1) - प्रश्न 1 से 30

1. अकादमिक उत्कृष्टता की मांग के इस दौर में, विद्यालयों में खेलकूद का समावेश है :

  1. A. समय की बर्बादी
  2. B. अकादमिक कार्यों से बहुत सा समय ले लेना
  3. C. फुर्सत अथवा विश्राम (तनाव मुक्ति) के लिए समय देना
  4. D. व्यक्ति विशेष के समन्वित विकास हेतु आवश्यक है
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (D) व्यक्ति विशेष के समन्वित विकास हेतु आवश्यक है

विवरण: खेलकूद शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो व्यक्ति के समग्र (समन्वित) विकास के लिए आवश्यक हैं। यह केवल विश्राम नहीं, बल्कि सीखने की प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग है और छात्रों को तनाव मुक्त करके अकादमिक प्रदर्शन में भी सहायता कर सकता है।

2. एक 12 वर्षीय बालक के सामाजिक विकास के लिए सर्वोत्तम स्थान है :

  1. A. आस-पड़ोस
  2. B. परिवार
  3. C. खेल का मैदान
  4. D. विद्यालय
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) खेल का मैदान

विवरण: 12 वर्ष की आयु में बालक अपने साथियों के साथ अंतःक्रिया करना अधिक पसंद करता है। खेल का मैदान उसे सामाजिक कौशल (जैसे सहयोग, प्रतिस्पर्धा, नेतृत्व), समूह में कार्य करना और नियमों का पालन करना सिखाता है, जो सामाजिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

3. बाल्यावस्था में व्यक्तित्व होता है :

  1. A. अंतर्मुखी
  2. B. बहिर्मुखी
  3. C. उभयमुखी
  4. D. उपरोक्त सभी
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (B) बहिर्मुखी

विवरण: सामान्यतः बाल्यावस्था (लगभग 6 से 12 वर्ष) में बच्चे सामाजिक रूप से अधिक सक्रिय, जिज्ञासु और बाहरी दुनिया तथा साथियों के साथ अंतःक्रिया में रुचि रखने वाले होते हैं, जो बहिर्मुखी (Extrovert) व्यक्तित्व के प्रमुख लक्षण हैं।

4. एक विद्यार्थी जो अर्धवार्षिक परीक्षा में अनुत्तीर्ण हो गया है, आप उसकी मदद कैसे करेंगे ?

  1. A. कृपांक प्रदान करके
  2. B. पुनः परीक्षा का आयोजन करके
  3. C. कठिन अवधारणाओं का पुनः अध्यापन करके
  4. D. पालकों की व्यक्तिगत अध्यापन की व्यवस्था करने को कहकर
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) कठिन अवधारणाओं का पुनः अध्यापन करके

विवरण: एक शिक्षक का प्राथमिक कर्तव्य है कि वह छात्र की सीखने की कठिनाइयों को समझे और उन्हें दूर करने के लिए उपचारात्मक शिक्षण (Remedial Teaching) प्रदान करे। जिन अवधारणाओं में छात्र को कठिनाई हुई है, उन्हें पुनः और विभिन्न प्रभावी तरीकों से पढ़ाना सबसे उपयुक्त शैक्षिक हस्तक्षेप होगा।

5. एक शिक्षक अपने छात्रों को सीखने के लिए कैसे अभिप्रेरित करेगा ?

  1. A. अनुशासन द्वारा
  2. B. प्रश्न पूछकर
  3. C. जिज्ञासा जगाकर
  4. D. कहानी लेखन द्वारा
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) जिज्ञासा जगाकर

विवरण: छात्रों में सीखने के प्रति आंतरिक रुचि और जिज्ञासा (Curiosity) जगाना अभिप्रेरणा (Motivation) का सबसे प्रभावी और स्थायी तरीका है। जब छात्र किसी विषय के प्रति स्वाभाविक रूप से जिज्ञासु होते हैं, तो वे स्वयं सीखने के लिए अधिक प्रेरित होते हैं।

6. एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों में अच्छी आदतें डालने में कैसे सहायक हो सकता है ?

  1. A. पाठ्य - सहगामी क्रियाओं के आयोजन द्वारा
  2. B. एक आदर्श के रूप में
  3. C. पुरस्कार तथा दंड के प्रयोग द्वारा
  4. D. उपरोक्त सभी
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (D) उपरोक्त सभी

विवरण: एक शिक्षक अपने विद्यार्थियों में अच्छी आदतें विकसित करने के लिए कई तरीकों का उपयोग कर सकता है। इनमें पाठ्य-सहगामी क्रियाओं (Co-curricular activities) के माध्यम से अवसर प्रदान करना, स्वयं एक रोल मॉडल (आदर्श) बनकर उदाहरण प्रस्तुत करना, और उचित व्यवहार के लिए सकारात्मक सुदृढीकरण (पुरस्कार) का उपयोग करना शामिल है।

7. NCF 2005 के अनुसार शिक्षक की भूमिका होनी चाहिए :

  1. A. अनुज्ञात्मक
  2. B. प्रामाणिक
  3. C. सुगमकर्ता/सुविधादाता
  4. D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) सुगमकर्ता/सुविधादाता (Facilitator)

विवरण: राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF 2005) बाल-केंद्रित शिक्षा पर जोर देती है। इसके अनुसार, शिक्षक की भूमिका केवल ज्ञान देने वाले के बजाय एक सुगमकर्ता या सुविधादाता (Facilitator) की होनी चाहिए, जो बच्चों को स्वयं ज्ञान का निर्माण करने में मदद करे और सीखने के लिए अनुकूल वातावरण प्रदान करे।

8. पियाजे के अनुसार बच्चा कब मूर्त चीजों के लिए ज्यादा तार्किक लेकिन अमूर्त विचारों का अभाव की अवस्था में पाया जाता है ?

  1. A. पूर्व संक्रियात्मक अवस्था
  2. B. संवेदी पेशीय अवस्था
  3. C. मूर्त संक्रियात्मक अवस्था
  4. D. औपचारिक संक्रियात्मक अवस्था
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था

विवरण: जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास के सिद्धांत के अनुसार, मूर्त संक्रियात्मक अवस्था (Concrete Operational Stage), जो लगभग 7 से 11 वर्ष की आयु तक होती है, में बच्चे ठोस (मूर्त) वस्तुओं और घटनाओं के बारे में तार्किक रूप से सोचने लगते हैं, लेकिन अमूर्त (Abstract) या काल्पनिक अवधारणाओं को समझने में उन्हें अभी भी कठिनाई होती है।

9. बालक में मानसिक मंदन की वजह यह हो सकता है :

  1. A. गर्भाधान के समय क्रियाशील कारण
  2. B. माता के गर्भ में क्रियाशील कारण
  3. C. जन्म के बाद किसी दुर्घटना के फलस्वरुप
  4. D. उपरोक्त सभी
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (D) उपरोक्त सभी

विवरण: मानसिक मंदन (Intellectual Disability) के कई संभावित कारण हो सकते हैं, जो जन्मपूर्व (गर्भावस्था के दौरान), प्रसवकालीन (जन्म के समय), या जन्म के बाद (पोस्टनेटल) हो सकते हैं। इनमें आनुवंशिक कारक, गर्भावस्था के दौरान संक्रमण/कुपोषण, जन्म के समय ऑक्सीजन की कमी, या जन्म के बाद कोई गंभीर बीमारी/दुर्घटना शामिल हैं।

10. समस्यात्मक बालक से संबंधित कौन सा गुण सही नहीं है?

  1. A. चोरी करना
  2. B. क्रोध प्रकट करना
  3. C. सामाजिक रुप से समायोजित
  4. D. झूठ बोलना
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) सामाजिक रुप से समायोजित

विवरण: समस्यात्मक बालक वह होता है जिसका व्यवहार सामान्य सामाजिक अपेक्षाओं या मानदंडों के विपरीत होता है और जो स्वयं या दूसरों के लिए समस्याएं पैदा करता है। सामाजिक रूप से समायोजित होना (Socially adjusted) एक सकारात्मक गुण है, न कि समस्यात्मक व्यवहार का लक्षण।

11. अधिगम अक्षमता किन कारणों से होता है ?

  1. A. वंशानुगत कारणों
  2. B. शारीरिक कारणों
  3. C. वातावरण संबंधी कारणों
  4. D. उपरोक्त सभी
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (D) उपरोक्त सभी

विवरण: अधिगम अक्षमता (Learning Disability) एक जटिल स्थिति है जिसके कई संभावित कारण हो सकते हैं। इनमें आनुवंशिक (वंशानुगत) कारक, मस्तिष्क के विकास में असामान्यताएं (शारीरिक कारण), और प्रतिकूल पर्यावरणीय कारक (जैसे कुपोषण, भावनात्मक अभाव) सभी योगदान कर सकते हैं।

12. 'बालकों की अभिवृद्धि एवं विकास' में अभिवृद्धि (Growth) शब्द बालकों के व्यक्तित्व के किस पक्ष से संबंधित है ?

  1. A. मानसिक
  2. B. शारीरिक
  3. C. चारित्रिक
  4. D. संवेगात्मक
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (B) शारीरिक

विवरण: अभिवृद्धि (Growth) का तात्पर्य मुख्यतः शारीरिक परिवर्तनों से है, जैसे आकार, ऊंचाई, और वजन में वृद्धि। यह मात्रात्मक (Quantitative) होता है और एक निश्चित आयु तक चलता है। जबकि विकास (Development) एक व्यापक शब्द है जिसमें शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, संवेगात्मक, चारित्रिक आदि सभी गुणात्मक और मात्रात्मक परिवर्तन शामिल होते हैं।

13. निम्नलिखित में से कौन सी व्यूह रचना (Strategy) समस्या केंद्रित है ?

  1. A. प्रायोजना
  2. B. अन्वेषण
  3. C. खोज
  4. D. उपरोक्त सभी
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (D) उपरोक्त सभी

विवरण: प्रायोजना विधि (Project Method), अन्वेषण विधि (Inquiry Method), और खोज विधि (Discovery Method), ये सभी शिक्षण की ऐसी रणनीतियाँ हैं जो छात्रों को किसी समस्या को समझने, उसका विश्लेषण करने और सक्रिय रूप से समाधान खोजने पर केंद्रित होती हैं। इन्हें समस्या-समाधान (Problem-solving) आधारित उपागम भी कहते हैं।

14. निम्नलिखित में से कौन सा कथन शिक्षक की भूमिका के संबंध में सही है ?

  1. A. शिक्षक को समालोचनात्मक होना चाहिए।
  2. B. शिक्षक को अच्छे विद्यार्थियों का पक्ष लेना चाहिए।
  3. C. शिक्षक का विद्यार्थियों के प्रति मित्रवत् दृष्टिकोण होना चाहिए।
  4. D. शिक्षक को विद्यार्थियों से दूरी बनाकर रखना चाहिए।
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) शिक्षक का विद्यार्थियों के प्रति मित्रवत् दृष्टिकोण होना चाहिए।

विवरण: एक प्रभावी शिक्षक का विद्यार्थियों के प्रति सहायक, सहानुभूतिपूर्ण और मित्रवत् दृष्टिकोण होना चाहिए ताकि कक्षा में एक सकारात्मक, सुरक्षित और भयमुक्त सीखने का माहौल बन सके। यह छात्रों को सीखने में अधिक सहज महसूस कराता है।

15. एक नवजात अपनी माता के स्पर्श की प्रतिक्रिया में मुस्कुराता है। यह निम्न में से किस प्रक्रिया का उदाहरण है ?

  1. A. संज्ञानात्मक
  2. B. जैविक
  3. C. सामाजिक - संवेगात्मक
  4. D. विश्लेषणात्मक
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) सामाजिक - संवेगात्मक

विवरण: नवजात शिशु का माता के स्पर्श पर मुस्कुराना एक प्रारंभिक सामाजिक-संवेगात्मक (Socio-emotional) प्रतिक्रिया है। यह शिशु के दूसरों के साथ संबंध बनाने और भावनाओं को व्यक्त करने की शुरुआती क्षमता को दर्शाता है, जो बंधन (bonding) और भावनात्मक जुड़ाव के लिए महत्वपूर्ण है।

16. एक बालक जिसकी शिक्षा की प्राप्तियां उस स्तर से कम है जिसके वो योग्य है, उसे हम ........... कह सकते हैं।

  1. A. प्रतिभाशाली बालक
  2. B. पिछड़ा बालक
  3. C. अपराधी बालक
  4. D. विकलांग बालक
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (B) पिछड़ा बालक

विवरण: पिछड़ा बालक (Backward Child) वह होता है जो अपनी वास्तविक बौद्धिक क्षमताओं या अपनी आयु के अन्य औसत बच्चों की तुलना में शैक्षिक रूप से पीछे रह जाता है, यानी उसकी शैक्षिक उपलब्धि उसकी योग्यता के अनुरूप नहीं होती है।

17. एन.सी.ई.आर.टी. (NCERT) की नवीनतम राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF) अस्तित्व में आई :

  1. A. 2000 में
  2. B. 2004 में
  3. C. 2005 में
  4. D. 2006 में
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) 2005 में

विवरण: राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् (NCERT) द्वारा राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (National Curriculum Framework - NCF) 2005 में प्रकाशित की गई थी। यह भारत में शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है।

18. एक 11 वर्षीय बच्चे से संबंधित कौन सा कथन सही नहीं है?

  1. A. समूह में खेलने के लिए अग्रसर रहता है।
  2. B. उसमें नेतृत्व के गुणों का विकास हो सकता है।
  3. C. अजनबियों के विरुद्ध चिड़चिड़ापन प्रकट करता है।
  4. D. उसके व्यवहार पर समूह का प्रभाव होता है।
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) अजनबियों के विरुद्ध चिड़चिड़ापन प्रकट करता है।

विवरण: 11 वर्ष की आयु में बच्चे आमतौर पर सामाजिक रूप से अधिक परिपक्व और आत्मविश्वासी होते हैं, और वे अजनबियों के प्रति अत्यधिक चिड़चिड़ापन (जो आमतौर पर शैशवावस्था या बहुत छोटे बच्चों में देखा जाता है) प्रकट नहीं करते। इस उम्र में समूह में खेलना और समूह का प्रभाव सामान्य है।

19. यदि बालक में अधिगम अक्षमता का संबंध संवेदन तथा गामक तंत्र में आये दोष से है तो किस प्रोग्राम का प्रयोग किया जाता है ?

  1. A. विट्मेर का साइको एजुकेशनल प्रोग्राम
  2. B. द प्रेगमैटिक जनरल डायग्नोस्टिक्स रिमेडियल एप्रोच
  3. C. स्ट्रॉस लेहटिनेन - क्रिकशैन्क परसेप्चुअल मोटर प्रोग्राम
  4. D. कोई भी नहीं
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) स्ट्रॉस लेहटिनेन - क्रिकशैन्क परसेप्चुअल मोटर प्रोग्राम

विवरण: अल्फ्रेड स्ट्रॉस (Alfred Strauss), लौरा लेहटिनेन (Laura Lehtinen) और विलियम क्रिकशैन्क (William Cruickshank) ने मस्तिष्क-क्षतिग्रस्त बच्चों और अधिगम अक्षमता वाले बच्चों के लिए अवधारणात्मक-गामक (perceptual-motor) प्रशिक्षण पर आधारित शैक्षिक कार्यक्रम विकसित किए थे, जो संवेदन और गामक तंत्र में दोषों को दूर करने पर केंद्रित थे।

20. श्रवण बाधित बच्चों को पढ़ाने के लिए क्या प्रयुक्त की जाती है ?

  1. A. यंत्र
  2. B. ब्रेललिपि
  3. C. सांकेतिक भाषा
  4. D. उपरोक्त सभी
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) सांकेतिक भाषा

विवरण: श्रवण बाधित (Hearing Impaired) बच्चों को पढ़ाने और उनके साथ संवाद करने के लिए मुख्य रूप से सांकेतिक भाषा (Sign Language) का प्रयोग किया जाता है। श्रवण यंत्र (Hearing Aids) कुछ हद तक सहायक होते हैं, लेकिन ब्रेल लिपि (Braille) दृष्टिबाधित बच्चों के लिए है।

21. विलियम किलपैट्रिक को शिक्षण के किस विधि में योगदान के लिए जाना जाता है ?

  1. A. व्याख्यान विधि
  2. B. प्रोजेक्ट विधि (प्रायोजना विधि)
  3. C. खेल विधि
  4. D. वैज्ञानिक विधि
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (B) प्रोजेक्ट विधि (प्रायोजना विधि)

विवरण: विलियम हर्ड किलपैट्रिक (William Heard Kilpatrick), जो जॉन डीवी के शिष्य थे, को "प्रोजेक्ट विधि" (Project Method) या "प्रायोजना विधि" के प्रतिपादक के रूप में जाना जाता है। इस विधि में छात्र एक वास्तविक जीवन की समस्या पर काम करके सीखते हैं।

22. " किशोरावस्था को सर्वोत्तम प्रकार से प्रभावित करने वाला एक शब्द है 'परिवर्तन'। यह परिवर्तन शारीरिक, सामाजिक एवं मनोवैज्ञानिक है।" यह कथन है :

  1. A. बिगी एवं हंट का
  2. B. किलपैट्रिक का
  3. C. जरशील्ड का
  4. D. हरलॉक का
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (A) बिगी एवं हंट का

विवरण: यह प्रसिद्ध कथन मॉरिस एल. बिगी (Morris L. Bigge) और मौरिस पी. हंट (Maurice P. Hunt) का है, जो किशोरावस्था (Adolescence) में होने वाले तीव्र और बहुआयामी परिवर्तनों (शारीरिक, सामाजिक, मनोवैज्ञानिक) को रेखांकित करता है।

23. बच्चों के ............ को उनके व्यवहार के चिन्हों जैसे तनाव, बेचैनी और हकलाने से जाना जा सकता है।

  1. A. बुद्धि
  2. B. सृजनात्मकता
  3. C. संवेगों
  4. D. परिपक्वता
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) संवेगों

विवरण: तनाव (Stress), बेचैनी (Anxiety) और हकलाना (Stuttering - कुछ मामलों में भावनात्मक कारण) बच्चों में नकारात्मक संवेगों (Emotions) या भावनात्मक अस्थिरता के बाह्य लक्षण हो सकते हैं। ये व्यवहार भावनात्मक स्थिति को दर्शाते हैं।

24. 5 वर्ष का बच्चा पहली बार चिड़ियाघर में ऊंट को देखकर कहता है "घोड़ा"। यह उदाहरण संज्ञानात्मक योजना में किस सुधार की प्रक्रिया को प्रदर्शित करता है ?

  1. A. आत्मसात्करण (Assimilation)
  2. B. समायोजन (Accommodation)
  3. C. संरक्षण (Conservation)
  4. D. क्रमिकता (Seriation)
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (A) आत्मसात्करण

विवरण: जीन पियाजे के संज्ञानात्मक विकास सिद्धांत के अनुसार, आत्मसात्करण (Assimilation) वह प्रक्रिया है जिसमें बच्चा नई जानकारी को अपने मौजूदा ज्ञान संरचनाओं (स्कीमाटा) में फिट करने की कोशिश करता है। ऊंट को देखकर उसे अपने 'घोड़े' के स्कीमा में फिट करना इसका उदाहरण है। बाद में, जब उसे ऊंट की अनूठी विशेषताओं का पता चलता है, तो वह समायोजन (Accommodation) करेगा।

25. अनुभव के द्वारा व्यवहार में होने वाले परिवर्तन को हम कहते हैं :

  1. A. उपलब्धि
  2. B. रूचि
  3. C. अभिप्रेरणा
  4. D. सीखना (Learning)
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (D) सीखना (Learning)

विवरण: सीखना (अधिगम/Learning) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके द्वारा अनुभव या अभ्यास के परिणामस्वरूप व्यवहार में अपेक्षाकृत स्थायी परिवर्तन होता है। यह मनोविज्ञान और शिक्षाशास्त्र की एक मूलभूत अवधारणा है।

26. प्रथम किंडरगार्टन प्रारंभ किया था :

  1. A. फ्रेडरिक फ्रोबेल ने
  2. B. बेंजामिन फ्रैंकलिन ने
  3. C. जोहन पेस्टोलॉजी ने
  4. D. डी विट क्लिंटन ने
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (A) फ्रेडरिक फ्रोबेल ने

विवरण: फ्रेडरिक फ्रोबेल (Friedrich Fröbel), एक जर्मन शिक्षाशास्त्री, ने 1837 में पहले किंडरगार्टन (Kindergarten, जिसका अर्थ 'बच्चों का बगीचा' है) की स्थापना की थी। उन्हें बचपन की शिक्षा में उनके योगदान के लिए जाना जाता है।

27. 'बेसिक शिक्षा' या 'नई तालीम' का अन्य नाम है :

  1. A. अनिवार्य शिक्षा
  2. B. नई शिक्षा नीति
  3. C. वर्धा शिक्षा योजना
  4. D. सर्व शिक्षा अभियान
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) वर्धा शिक्षा योजना

विवरण: महात्मा गांधी द्वारा प्रतिपादित 'बेसिक शिक्षा' (Basic Education) की अवधारणा को 'नई तालीम' या 'वर्धा शिक्षा योजना' के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इसे 1937 में वर्धा में प्रस्तुत किया गया था। यह शिक्षा हस्तकला और आत्मनिर्भरता पर जोर देती थी।

28. मानसिक विकास के पक्ष हैं :

  1. A. संवेग
  2. B. बुद्धि
  3. C. भाषा
  4. D. उपरोक्त सभी
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (D) उपरोक्त सभी

विवरण: मानसिक विकास (Mental Development) एक व्यापक अवधारणा है जिसमें विभिन्न संज्ञानात्मक क्षमताएं शामिल होती हैं। इसमें चिंतन (Thinking), तर्क (Reasoning), स्मरण (Memory), कल्पना (Imagination), बुद्धि (Intelligence), भाषा विकास (Language Development) और संवेगों (Emotions) की समझ और प्रबंधन भी शामिल हो सकते हैं।

29. प्रयास एवं भूल द्वारा सीखने के लिए क्या आवश्यक है ?

  1. A. प्रेरणा
  2. B. बाधा
  3. C. निरर्थक प्रतिक्रियाएँ
  4. D. उपरोक्त सभी
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (D) उपरोक्त सभी

विवरण: एडवर्ड थार्नडाइक (Edward Thorndike) के 'प्रयास एवं भूल' (Trial and Error) सिद्धांत के अनुसार, सीखने की प्रक्रिया में एक लक्ष्य (प्रेरणा), उस लक्ष्य तक पहुँचने में आने वाली बाधा (जिसे दूर करना है), और लक्ष्य तक पहुँचने के लिए की गई विभिन्न (शुरुआत में निरर्थक या अनियमित) प्रतिक्रियाएँ शामिल होती हैं।

30. एक बालक जिसकी बुद्धिलब्धि (IQ) 85 है उसे वर्गीकृत किया जाएगा :

  1. A. सामान्य बुद्धि
  2. B. श्रेष्ठ बुद्धि
  3. C. मंद बुद्धि
  4. D. सामान्य से अधिक बुद्धि
उत्तर और विवरण देखें

उत्तर: (C) मंद बुद्धि (या धीमा सीखने वाला)

विवरण: बुद्धिलब्धि (IQ) के सामान्य वर्गीकरण के अनुसार, 80-89 आईक्यू वाले बालकों को 'धीमा सीखने वाला' (Dull Normal) या 'मंद बुद्धि' की श्रेणी में रखा जाता है। यह औसत से थोड़ा नीचे है।


CG TET बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र: तैयारी के लिए महत्वपूर्ण बिंदु

बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र खंड में अधिकतम अंक प्राप्त करने के लिए इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान दें:

  • **विकास की अवधारणाएं:** वृद्धि और विकास, विकास के सिद्धांत, विकास के विभिन्न चरण (शैशवावस्था, बाल्यावस्था, किशोरावस्था) और उनकी विशेषताएं।
  • **अधिगम के सिद्धांत:** थार्नडाइक का प्रयास एवं भूल सिद्धांत, पावलोव का शास्त्रीय अनुबंधन, स्किनर का क्रिया प्रसूत अनुबंधन, कोहलर का अंतर्दृष्टि सिद्धांत।
  • **पियाजे, कोहलबर्ग और वायगोत्स्की:** इन प्रमुख मनोवैज्ञानिकों के संज्ञानात्मक विकास (पियाजे), नैतिक विकास (कोहलबर्ग) और सामाजिक-सांस्कृतिक विकास (वायगोत्स्की) के सिद्धांतों को गहराई से समझें।
  • **समावेशी शिक्षा:** विभिन्न प्रकार की अक्षमताओं वाले बच्चों की पहचान, उनकी विशेष आवश्यकताएं और उन्हें पढ़ाने के तरीके।
  • **NCF 2005 और RTE 2009:** राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF 2005) और शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE 2009) के मुख्य प्रावधानों, उद्देश्यों और शिक्षा पर उनके प्रभाव को समझें।
  • **मूल्यांकन और आकलन:** सीखने के लिए आकलन और सीखने का आकलन, सतत एवं व्यापक मूल्यांकन (CCE) के सिद्धांत और प्रकार।
  • **व्यक्तिगत भिन्नताएं:** बुद्धि, व्यक्तित्व, सृजनात्मकता और समायोजन की अवधारणाएं।
  • **शिक्षण की विधियाँ:** बाल-केंद्रित शिक्षा, प्रगतिशील शिक्षा, और शिक्षण की विभिन्न प्रभावी विधियाँ।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न 1: CG TET में बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र खंड कितना स्कोरिंग होता है?

बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (CDP) खंड आमतौर पर शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में सबसे स्कोरिंग माना जाता है, क्योंकि इसमें सीधे सिद्धांतों और अवधारणाओं से प्रश्न पूछे जाते हैं। यदि आपकी इस विषय पर अच्छी पकड़ है, तो आप इसमें अच्छे अंक प्राप्त करके अपने समग्र स्कोर को काफी बेहतर बना सकते हैं।

प्रश्न 2: पियाजे, कोहलबर्ग और वायगोत्स्की के सिद्धांत क्यों महत्वपूर्ण हैं?

पियाजे, कोहलबर्ग और वायगोत्स्की शिक्षा मनोविज्ञान के तीन स्तंभ हैं। पियाजे संज्ञानात्मक विकास, कोहलबर्ग नैतिक विकास और वायगोत्स्की सामाजिक-सांस्कृतिक विकास के लिए जाने जाते हैं। इनके सिद्धांत बच्चों के सीखने और विकास के तरीकों को समझने के लिए मौलिक हैं और हर TET/CTET परीक्षा में इनसे प्रश्न आते हैं।

प्रश्न 3: समावेशी शिक्षा से क्या अभिप्राय है?

समावेशी शिक्षा (Inclusive Education) का अर्थ है कि सभी बच्चों को, चाहे वे किसी भी शारीरिक, बौद्धिक, सामाजिक, भावनात्मक या भाषाई स्थिति के हों, एक साथ एक ही सामान्य शिक्षा प्रणाली में शिक्षित किया जाए। इसका उद्देश्य विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों को मुख्यधारा में लाना है।

प्रश्न 4: NCF 2005 और RTE 2009 के अनुसार शिक्षक की भूमिका क्या होनी चाहिए?

NCF 2005 और RTE 2009 दोनों ही शिक्षक को ज्ञान देने वाले के बजाय एक सुगमकर्ता (Facilitator) या सुविधादाता के रूप में देखते हैं। शिक्षक का कार्य बच्चों को सीखने के लिए उपयुक्त वातावरण प्रदान करना, उनकी जिज्ञासा को बढ़ावा देना और उन्हें स्वयं ज्ञान का निर्माण करने में सहायता करना है।

प्रश्न 5: क्या CG TET में नेगेटिव मार्किंग होती है?

आमतौर पर CG TET में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान नहीं रहा है। हालांकि, अभ्यर्थियों को हमेशा परीक्षा से पहले जारी की गई नवीनतम आधिकारिक अधिसूचना को ध्यान से पढ़कर इसकी पुष्टि कर लेनी चाहिए, क्योंकि नियमों में बदलाव संभव है।


निष्कर्ष: आपकी सफलता ही हमारा लक्ष्य है

हमें पूरी उम्मीद है कि CG TET 2019 बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (पेपर 1) के इस सॉल्वड प्रश्न पत्र का विस्तृत संकलन और विश्लेषण आपकी शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी में एक मील का पत्थर साबित होगा। बाल विकास और शिक्षाशास्त्र पर अच्छी पकड़ बनाना न केवल TET परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए, बल्कि एक सफल और प्रभावी शिक्षक बनने के लिए भी आवश्यक है।

पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों को ईमानदारी से हल करना और उनका विश्लेषण करना परीक्षा की रणनीति बनाने और आत्मविश्वास बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण तरीका है।

हम M S WORLD The WORLD of HOPE पर आपकी सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारे साथ जुड़े रहें और अपनी तैयारी को निरंतर मजबूत करते रहें।

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